Jaipur Allergy & Asthma Solutions Dr. Mukesh Gupta

क्या आप जानते हैं ?

एक वयस्क व्यक्ति रोज एक से दो किलो खाना खाता है।
रोज 2-3 लीटर पानी पीता है।
लेकिन रोज 10000 लीटर हवा साँस के साथ अंदर लेते हैं व बाहर छोडते हैं।
हमें रोज 1000-1500 लीटर हवा आॅक्सीजन की आवष्यकता होती है।
हमारी 90 प्रतिषत से अधिक पोषक उर्जा ए टी पी के रूप में आॅक्सीजन से प्राप्त होती है एवं मात्र 10 प्रतिषत उर्जा हमें भोजन से मिलती है।
इसलिए स्वच्छ हवा जिसमें हम साँस लेते हैं हमारे स्वास्थ्य का सबसे महत्वपूर्ण घटक है।

क्या आप जानते हैं ?

अगर आप अस्थमा या एलर्जी से पीड़ित हैं तो बिना डाक्टर की सलाह के कुछ दवायें लेना आपके लिए घातक हो सकता है।
अस्थमा के मरीजों को दर्द निवारक दवा ;छै।प्क् ग्रुप कीद्ध जैसे फ्लोक्सोन, आइबुजेसिक
प्लस, कोम्बीफ्लैम, एवं डिस्पिरीन तथा हाइ डोज में पेरासीटामोल (जैसे-कालपोल, क्रोसीन) इत्यादि हानिकारक हो सकते हैं।

क्या आप जानते हैं ?

मच्छर भगाने की अगरबत्ती जैसे कछुआ छाप या मोरटिन को बंद कमरे में जलाने 100 सिगरेट के बराबर जहरीला धुआँ पैदा होता है जो कि 6 से 8 घण्टे तक घातक स्तर पर बना रहता है।
मच्छर भगाने में काम लिया जाने वाला गुड नाईट, आल आउट एवं अन्य सभी में से भी जहरीला धुआँ निकलता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
इसलिए स्वच्छ हवा जिसमें हम साँस लेते हैं
हमारे स्वास्थ्य का सबसे महत्वपूर्ण घटक है।

क्या आप जानते हैं ?

-निम्न कारक अस्थमा में होने वाली मृत्युदर को बढ़ाते हैं-

जीवन में कभी गंभीर अस्थमा हुआ है, आसीयू में भर्ती या श्वास मषीन (वेंटिलेटर) पर रखा गया हो।
पिछले एक साल में अस्थमा के कारण अस्पताल में भर्ती होना पडा हो अथवा इमरजेन्सी विजिट करना पडा हो।
अभी स्टेरोइड (वाइसोलोन, ओमनार्कोटिल आदि) की गोली ले रहे हो या पिछले कुछ समय में लेनी पडी हो।
वर्तमान में लाल या भूरे रंग का इनहेलर लगातार इस्तेमाल नहीं कर रहे हो
अस्थालीन, लिवोलिन इन्हेलर का इस्तेमाल अधिक करना पडता हो।
डाक्टर द्वारा बताये अनुसार नियमित रूप से अस्थमा के इन्हेलर/दवाई नहीं ले रहे हो।
किसी प्रकार की मानसिक परेषानी या मनोविकार हो।

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अगर बच्चे/मरीज में नीचे लिखे कोई भी खतरे के चिन्ह दिखे तो तुरन्त नजदीकी अस्पताल में सम्पर्क करें।

अस्पताल से दूरी अधिक होने पर रिलिवर दवा उपर बताये अनुसार देते रहें।
अगर नींद अथवा बेहोषी आना।
होंठ/जीभ/नाखुनों का रंग नीला पडना।
साँस लेने में दिक्कत हो एवं रिलिवर दवा से आराम नहीं आयें।
साँस की गति बहुत तेज हो अथवा पसलियाँ चले बोलने या बातचील करने में वाक्य पूरा नहीं कर पाना/दिक्कत होना।
पिछले एक साल में अस्थमा के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ा हो।
कोई भी ऐसी बात जिसमें आपको अनहोनी की आषंका हो।
मरीज की हालात में तेजी से बिगाड होना।

PEFR MONITOR
Expected
Personal Best
अधिकतम
80% of personal best
60% of personal best